- ना वेतन आयोग, ना कमीशन की सिफारिश, माननीयों के घर हो रही है धन की बारिश-मदन मुरारी
(BY-SAEED ALAM KHAN)
गोरखपुर: केंद्र सरकार द्वारा माननीयों के वेतन/पेंशन में 24% की बढ़ोतरी 1 अप्रैल, 2025 से किए जाने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर ने डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ भवन पर बैठक करते हुए अपनी मांग को दोहराया है.
इस बैठक की अध्यक्षता डिप्लोमा इंजीनियर संघ के अध्यक्ष इंजीनियर रामसमुझ और संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया.
बैठक में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और परिषद अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव में कहा कि वाह रे सरकार माननियों की बहार और कर्मचारी लाचार है, जहां एक तरफ बिना मांगे ही वेतन और पेंशन 24% तक बढ़ जाती है

वहीं वर्षों से संघर्षरत कर्मचारियों को अभी तक पुरानी पेंशन पर तमाम मांगों पर सहमति बनने के बाद भी कोई लाभ नहीं दिया गया. हम सभी कर्मचारी अपनी सरकार से यह मांग करते हैं कि
“आप एक राष्ट्र-एक वेतन आयोग का नियम बनाएं, इससे जब–जब माननीय लोगों का वेतन बढ़ेगा तो कर्मचारियों का भी बढ़ जाएगा और जो पेंशन व्यवस्था माननीय को लागू होगी वहीं पेंशन कर्मचारियों को भी मिलेगी.”
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि संविधान में यही व्यवस्था है और इसका पालन आपके द्वारा कराया जाए. वहीं महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि कर्मचारियों के वेतन को बढ़ाने के लिए सरकार 10 वर्ष में एक बार वेतन आयोग का गठन करती है.
आयोग के रिपोर्ट के अनुसार कर्मचारियों के वेतन में इजाफा होता है लेकिन यहां तो अलग ही व्यवस्था है. ना वेतन आयोग, ना कमीशन की सिफारिश, माननीयों के घर हो रही है धन की बारिश.
श्री शुक्ल ने कहा कि हम इसके खिलाफ नहीं है लेकिन कर्मचारियों की भी सभी मांग पूरी होनी चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ई० रामसमुझ ने कहा कि समय की मांग है कि अब सरकार को वन नेशन, वन पेंशन की व्यवस्था कर देनी चाहिए.
कार्यक्रम में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय, राजेश सिंह, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, अशोक पांडेय, अनूप कुमार, इजहार अली, राजेश मिश्रा,
जामवंत पटेल, यशवीर श्रीवास्तव, जितेन्द्र कुमार, फुलई पासवान, बंटी श्रीवास्तव, कनिष्क गुप्ता, दीपक चौधरी, देवेश सिंह, अभय त्रिपाठी, ईश्वर चन्द विद्यासागर, कुलदीप मणि, अभिषेक गुप्ता और गो सेवक वरूण बैरागी सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे.


