अपराधी चाहे कितना ही शातिर क्यों ना हो वह पुलिस की पकड़ से नहीं बच सकता है. रामगढ़ताल क्षेत्र में 16 नवंबर को होटल मैरियट कोर्टयार्ड में तिलक समारोह में हीरे और सोने के जेवरात
चोरी होने को लेकर पीड़ित ने रामगढ़ताल थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था. एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चोरी की घटना के खुलासे के लिए टीम को गठित किया.
टीम ने एक ऐसे अंतर राज्यीय चोर को गिरफ्तार किया है जो अब तक पूरे भारत वर्ष में विभिन्न शहरों और राज्यों में लगभग 20 से 25 चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है.
आरोपी होटल मैरियट कोर्टयार्ड में पैदल पहुंचा और वादी को 1 घंटे तक फॉलो करता रहा. इसके बाद उसने रूम नंबर की जानकारी ली, होटल कर्मचारी बनकर होटल के इंटरकाम से वादी की कमरे में फोन कर नाम की जानकारी ली.
जब वादी का परिवार शादी समारोह में शामिल होने के लिए रूम लॉक करके चला गया तो अभियुक्त ने पुनः इंटरकाम कनेक्शन से होटल के रिसेप्शन पर फोन किया
और बोला कि मेरे रूम में कुछ जरूरी सामान छूट गए हैं और चाबी कहीं गुम हो गई है. प्लीज मास्टर चाबी से रूम खोल दें. इस तरीके से आरोपी रूम में जाकर लाकर का पासवर्ड तोड़कर ज्वेलरी और रुपए की चोरी की घटना को अंजाम देकर फरार हो गया.
लेकिन आरोपी की करतूत होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. आरोपी ने मुंबई, चेन्नई, आगरा, जयपुर, कोयंबटूर, जोधपुर, हैदराबाद, विशाखपट्नम,
जालंधर, चंडीगढ़, केरल, रायपुर, कोलकाता, उदयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, करनाल (हरियाणा ) और गोरखपुर में घटना को अंजाम दे चुका था.
पकड़ा गया शातिर चोर जयेश रावजी गुजरात का रहने वाला है यह पांच सितारा और सात सितारा होटल में चोरी की घटना को अंजाम देता था.
घटना का खुलासा पुलिस लाइन के व्हाइट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी अभिनव त्यागी, एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने किया.
एसएसपी ने गिरफ्तार करने वाली टीम को ₹25000 का नगद पुरस्कार देने की भी घोषणा की है. एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी
के पास से पुलिस ने पीली धातु की अंगूठी, चैन, घड़ी, कान की बाली, एंड्राइड मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और 12,270 नगद बरामद किया गया है.
गिरफ्तार करने वाली टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक अनित राय, उप निरीक्षक राम सिंह, हेड कांस्टेबल क़य्यूम अली, कांस्टेबल नकीब खान, अनुराग सिंह, प्रिंस राय शामिल रहे.


