अमेरिका द्वारा 104 जिस तरीके से भारत भेजा गया है, वह अत्यधिक शर्मसार करने वाला है. इस घटना का संज्ञान लेकर पूर्वांचल गांधी डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने
नाराजगी जताते हुए सर्वोच्च न्यायालय से मांग किया है कि भारत की संप्रभुता की रक्षा का शपथ लेने वाले प्रधानमंत्री भारत की संप्रभुता की रक्षा नहीं कर सके, इन्हें प्रधानमंत्री पद से हटा दिया जाय.
US एयर फोर्स विमान से 104 भारतीयों को बंधक बना कर ‘फोर्सफुली भारत लौटना’ नागरिकों के सम्मान एवं भारत की संप्रभुता पर आंच है. इतनी जल्दबाजी क्या थी कि हथकड़ियों में उन्हें वापस भेजना पड़ा?
इस संदर्भ में अमेरिका ने भारत को पूर्व में सूचित क्यों नहीं किया? यदि किया तो भारत ने उन्हें वापस लाने हेतु अपना विमान क्यों नहीं भेजा? बिना अनुमति भारत के जमीन पर अमेरिकी सैन्य विमान क्यों उतरा?
पूर्वांचल गाँधी ने लिखा है कि भारत की विदेश नीति शीशे की तरह टूट चुकी है भारत के विदेश मंत्री यस जयशंकर संवैधानिक एवं ‘नैतिक दायित्व’ पुरा करने में फेल हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इलाहाबाद संगम में अमृत स्नान कर रहे थे और भारत की संप्रभुता तार-तार हो रही थी. संप्रभुता की रक्षा का शपथ लेने वाले प्रधानमंत्री के कारण भारत की संप्रभुता टूटी है, इसलिए इन्हें पद से तत्काल हटा दिया जाए.


