झूठ का पुलिंदा है राष्ट्रपति का अभिभाषण! आलेख: संजय पराते
राष्ट्रपति द्वारा संसद में दिया जाने वाला वक्तव्य, जिसे राष्ट्रपति का अभिभाषण कहा जाता है, स्वयं उनके द्वारा लिखा गया वक्तव्य नहीं होता है। यह वक्तव्य उस सत्ताधारी पार्टी द्वारा लिखा जाता है, जिसका वह प्रतिनिधित्व करती है. इसलिए जब अपने अभिभाषण में ‘मेरी सरकार’ कहकर संसद को संबोधित करती है और सरकार और सत्ताधारी…


