गोरखपुर: मिली जानकारी के मुताबिक 21 सितम्बर रविवार के दिन विश्वकर्मा ट्रस्ट हटवा गगहा गोरखपुर उत्तर प्रदेश भारत के
नेतृत्व में अनाथ, विधवा, विकलांग, वृद्ध, असहाय, पीडित, प्रगडित, उच्च शिक्षा से वंचित एवं महाकन्यादान अभियान के तहत सेवार्थ और विश्वकर्मा सम्मान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ.
कार्यक्रम की शुरुआत दीप पूजन के साथ हुई जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष दिवाकर शर्मा, राष्ट्रीय महिला प्रभारी किरण शर्मा, वरिष्ठ सर्जन डा-एस एन विश्वकर्मा ने भाग लिया.
इस मौके पर राष्टीय अध्यक्ष दिवाकर शर्मा ने आए हुए सभी सम्मानित बंधुओं, माताओं, बहनों का स्वागत किया.
उसके बाद संचालक तारकेश्वर विश्वकर्मा ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सभी वक्ताओं को आमंत्रित किया,
सभी ने अपनी अपनी बातों को रखा, मुख्य अतिथि बड़े भाई डॉ विएन विश्वकर्मा, विशिष्ट अतिथि प्रदीप विश्वकर्मा, अतिथि भाई लक्ष्मण विश्वकर्मा, सभा की अध्यक्षता डॉ एस एन विश्वकर्मा ने किया.
राष्ट्रीय महिला प्रभारी किरण शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि महिला सखी को सशक्त और जागरूक होने की जरूरत है.
हमारे प्रभु सृष्टित के निर्माता हैं, तो आप सभी जीव जगत की निर्माता हैं. किसी की माता, किसी की बहन तो कहीं पर किसी की पत्नी के रूप में आप विद्यमान होती हैं.
डॉ सुषमा विश्वकर्मा ने बताया कि हमारे समाज के जो भी बंधु आते हैं उनका इलाज निःशुल्क होता है.
आज समाज को सशक्त और मजबूत करने की बात डा एस एन विश्वकर्मा ने कहा है.
वहीं डॉ वीएन विश्वकर्मा ने कहा कि चंद्रा हॉस्पिटल समाज के लिए ही बना है, हम सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे.
इस संगठन के महासचिव उमेश विश्वकर्मा ने स्वयं को संगठन के लिए समर्पित करते हुए समाज के लिए प्रत्येक क्षण खड़े रहने की बात दुहराई है.
संगठन महामंत्री, अमरनाथ शर्मा ने कहा कि समाज का मैं ऋणी हुं जो इस वंश में पैदा हुआ.
जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप विश्वकर्मा ने अभी को जागरूक करते हुए, शिक्षा और संस्कार पर बल देते हुए कहा कि आज हर घर परिवार को शिक्षित होने की जरूरत है.
भाई लक्ष्मण विश्वकर्मा पीपीगंज क्षेत्र के चेयरमैन बने हैं, यह बड़ी उपलब्धि है. हमारा उद्देश्य आने वाले समय में 101 कन्या महादान अभियान को आगे लाना है, जिससे हर घर परिवार की बेटी के हाथ में मेहंदी लग सके.
कार्यक्रम के अंत में दिवाकर शर्मा ने आए हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त करके धन्यवाद दिया.
इस मौके पर उमेश विश्वकर्मा, रामानुज शर्मा, कृष्ण भान शर्मा, हरिहर शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, अश्वनी विश्वकर्मा, राममूर्ति विश्वकर्मा, तारकनाथ विश्वकर्मा, जंग बहादुर विश्वकर्मा शिवानंद विश्वकर्मा, अभिषेक विश्वकर्मा, आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.


