GORAKHPUR: पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के केंद्रीय कार्यालय के बगल में गेट नंबर 1 पर PRKS ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर एक विरोध प्रदर्शन किया जिसमें महामंत्री पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ एवं सहायक महामंत्री
NFIR, नई दिल्ली, विनोद राय ने कर्मचारी हित के लिए सभी समस्याओं को हल कराने के लिए प्रतिज्ञा लिया है. इन्होंने सभी कर्मचारियों की समस्या को मुक्त कराना संगठन का कार्य होता है.
मैं वादा करता हूं कि हर समस्याओं को दूर करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ बृहद रूप से लड़ाई लड़ेगा, पुरानी पेंशन बहाली के लिए फिर से बिगुल फूंक दिया गया है.
आज गेट नंबर 1 रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया और यह लगातार चलेगा. जब तक कि पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई या उसकी पूरी व्यवस्था नहीं दी गई.
आज रिटायर होने वाले कर्मचारियों से पूछिए जो एनपीएस और यूपीएस वाले हैं, उनको क्या मिल रहा है.? बार-बार प्रशासन द्वारा दबाव दिया जा रहा है.
सरकार ने एक चाल चली, एक संगठन को जिताने के लिए निचले स्तर पर आकर उनकी मदद की, अधिकारियों ने उनकी मदद के लिए सरकार के लोगों को फोन किया, प्रशासन ने कुछ लोगों से समर्थन दिलवाया, यह बहुत ही शर्मनाक बात है.
सरकार का पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ इस तरह की हरकत का पुरजोर विरोध करता है. रेल को चलाने वाला, रेल को बनाने वाला और रेल को बनाने में अपना पूरा सर्वोच्च न्योछावर करने वाले को अगर पेंशन पुरानी नहीं दी गई तो यह आंदोलन जारी रहेगा.
विनोद राय ने कहा कि सभी मंडलों पर धरना प्रदर्शन विरोध करने के लिए निर्देशित किया. सभी मंडल मंत्रियों को निर्देशित किया गया कि यह तब तक चलेगा जब तक पुरानी पेंशन बहाली नहीं हो जाए.
आज की बैठक और विरोध प्रदर्शन में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे. वरिष्ठ नेता फिरोजूल हक ने कहा कि इसको अंजाम तक पहुंचाने का काम किया जाए.
शमशाद जी ने कहा कि जोरदार ढंग से लड़ाई लड़ना चाहिए, इसमें यूथ के लोगों ने कहा कि एक बहुत बड़ा कॉन्फ्रेंस होना चाहिए,
इस पर दीपक चौधरी जी ने भी अपना समर्थन किया.
इस अवसर पर देवेश सिंह, जयप्रकाश सिंह, कुलदीप मनी, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, सुरेश सुरेंद्र तिवारी, अभिषेक गुप्ता, हरिमोहन श्रीवास्तव, हरकेश बहादुर सिंह, धीरज कुमार राजकुमार,
अविनाश राज, शैलेंद्र कुमार, अंशुमाला पाठक, के. के मद्धेशिया, दिलीप कुमार, गणेश निषाद, मिथिलेश कुमार राय, राकेश चंद्र श्रीवास्तव, शमशाद अहमद, आशुतोष सिंह और लक्ष्मी श्रीवास्तव, बृजपाल सिंह, सूरज गुप्ता, संजीवधार, वीरेंद्र शर्मा, संतोष सिंह आदि शामिल थे.


