भारत के सीजेआई बी आर गवई ने क्यों कहा कि मैं दलित जरूर हूं लेकिन अछूत नहीं?

भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस बी. आर. गवई ने यह बयान सामाजिक भेदभाव और जातिगत पूर्वाग्रहों के संदर्भ में दिया, जो भारतीय समाज में गहरे पैठे हुए हैं. यह बयान संभवतः उनके व्यक्तिगत अनुभवों और सामाजिक धारणाओं को चुनौती देने के लिए था, जो दलित समुदाय को अक्सर “अछूत” के रूप में चित्रित…

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