खजनी थाना क्षेत्र में वर्ष भर में हुई दर्जनों चोरी की घटनाओं में केस तो दर्ज हुए लेकिन उनका खुलासा नहीं किया जा सका. पीड़ितों ने निराश हो कर मान लिया है कि चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश करने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही है.
पुलिस विभाग के लोगों से आम आदमी को न्याय नहीं मिल पा रहा है, खासकर चोरी की घटनाओं में तो बिल्कुल ही नहीं. एक नजर चोरी की घटनाओं पर डाले तो इसकी लंबी फेहरिस्त है.
फरवरी 2024 में कंबल कारखाने के पास स्थित रिहायशी क्षेत्र में रात में खड़ी कस्बे के बर्तन व्यावसाई की पिकअप वैन चोरी हो गई. मुकदमा दर्ज कर ठंडे बस्ते में रह गया.
27 अप्रैल को सतुआभार में स्वर्गीय ऋषिदेव दूबे के पुत्र अश्वनी दुबे के घर में घुसे अज्ञात चोरों ने लगभग 10 लाख के कीमती गहने और नकद रूपए चुराए केस दर्ज हुआ किन्तु खुलासा नहीं हो पाया.
इस प्रकार 6 मई, 2024 को थाने से सटे रूद्रपुर गांव में चंद्रभूषण राम त्रिपाठी उर्फ रामधनी तिवारी पुत्र स्वामीनाथ तिवारी के घर से एक लाख नकद समेत लगभग 50 लाख के गहने चोरी हुए.
केस दर्ज होने के बाद पीड़ित आज तक मुख्यमंत्री जनता दरबार से लगायत एसएसपी, आईजी, डीआईजी सहित डीजीपी तक शिकायत दर्ज करा चुके हैं किन्तु कोई हल नहीं निकल पाया.
दर्जनों बार फरियाद करके थक चुके हताश और निराश पीड़ित चंद्रभूषण उर्फ रामधनी तिवारी का कहना है कि उनके जीवन की सारी कमाई जमा पूंजी लुट गई है.
वे श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सुनने की तैयारी कर रहे थे, इस बीच चोरों ने उन्हें कंगाल बना दिया है. उसी रात रूद्रपुर गांव के ही गायघाट मौजे के निवासी जितेन्द्र यादव पुत्र दुर्बल यादव के घर में
छत के रास्ते घुसे चोरों ने लगभग 4 लाख रूपए के गहने चुराए. उसी रात कोठां गांव के दयालू तिवारी के घर 16 लाख के गहने चोरी हुए. साथ ही सरयां तिवारी गांव में निर्मल और राम सनेही के घर से लगभग 2 लाख से अधिक की चोरी हुई.
चारों घटनाएं एक ही रात में अंजाम दी गईं, केस तो दर्ज हुए किन्तु खुलासा नहीं हो सका. 7 जून को कुंआं गांव में यूपीपी के सिपाही वाराणसी में तैनात संदीप यादव पुत्र श्रीराम यादव के घर से लाखों की चोरी हुई.
उसी रात माया देवी पत्नी स्वर्गीय लालचंद यादव तथा रामजीत यादव पुत्र दीनदयाल यादव के घरों में भी लाखों की चोरी हुई. चूंकि संदीप के श्वसुर दारोगा हैं इसलिए सभी को उम्मीद थी कि
इस चोरी का खुलासा जरूर होगा और चोर पकड़े जाएंगे, किंतु समय गुजरता रहा इस बीच 2 सितंबर, 2024 को आशापार में राम प्रसाद निषाद पुत्र स्वर्गीय सुदामा के घर लगभग 16 लाख की चोरी हुई जो कि बेटी की शादी की तैयारी में थे.
फिर 13 सितंबर, 2024 को बरपार बरगाह गांव में अब्दुल रहीम के पुत्र मोनू उर्फ जुल्फिकार के घर 4 लाख की चोरी हो गई. फिर 5 अक्टूबर को खजनी कस्बे में हरिनारायण शर्मा के घर से लगभग 4 लाख के गहने और नकद चोरी हुए.
2 दिसंबर को मऊंधरमंगल गांव में रामसांवर यादव के घर से लगभग एक लाख 65 हजार की चोरी हुई. सभी मामलों में खजनी थाने में केस तो दर्ज हुए लेकिन चोरी की किसी भी घटना का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई.
सीसीटीवी कैमरे रात में पुलिस की गश्त के साथ ही गांवों कस्बों में लोगों ने देर रात तक जाग कर चौकसी बढ़ा दी लेकिन चोरी की किसी भी घटना का पर्दाफाश करने में पुलिस नाकाम रही है.
लेकिन अब नवागत महिला थाना अध्यक्ष खजनी अर्चना सिंह के सामने इस चोरियों को खोलने की नई चुनौती करकरार है. यदि इन घटनाओं का खुलासा हुआ तो निश्चित तौर पर पुलिस के प्रति जनता का भरोसा मजबूत होगा.


