- नफरती सरकार ‘भारत’ को भारत रहने दे ‘हिंदू राष्ट्र’ का नफरत न फैलाये
- क्रूर, लुटेरी, निरंकुश सरकार के पतन के लिए भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के शहादत दिवस 23 मार्च संसद पर सत्याग्रह
मानवाधिकार दिवस के मौके पर पूर्वांचल गांधी डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखते हुए बताया है कि हम पांच सत्याग्रहियों ‘श्याम जी त्रिपाठी,’
समाजवादी लोहिया जे पी विचारक’ ‘डॉ जेपी नायक,’ रिटायर्ड शिक्षक’ क्रांतिकारी’ समाजवादी’ लोहिया ‘जेपी विचारक’ ‘राजेश्वर पांडे’, एडवोकेट समतावादी’ डॉ संपूर्णानंद मल्ल ‘पीएचडी इन हिस्ट्री एंड आर्कियोलॉजी’
देलही यूनिवर्सिटी ‘पूर्वांचल गांधी’ महेंद्र कुमार रिटायर्ड ऑफिसर बैंक समातावादी’ ‘शैलेंद्र मिश्रा ‘संयोजक अध्यक्ष ‘तीसरी आंख’ प्रसिद्ध मानवाधिकार संगठन ने समता’
‘संविधान, ‘एकता’ पुरुष ‘अंबेडकर स्मृति दिवस’ 6 दिसंबर गांधी’ पटेल ‘अंबेडकर की प्रतिमा’ एवं गोरखपुर की सड़कों पर सत्य ‘अहिंसा’ के साथ हाथ में ‘तिरंगा’ लेकर
‘सविनय अवज्ञा’ पूर्वक’ आटा, चावल, दाल, तेल, चीनी, दूध, दही, दवा, जिस पर ‘टैक्स’, प्राण, पेट जीवन के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21′ की हत्या है,
एवं निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स जो ‘कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता’ के मौलिक अधिकार 19d की हत्या है, तोड़ दिया. प्रतीकात्मक रूप से हमने ‘एक समान’ ‘निःशुल्क’ शिक्षा” चिकित्सा रेल यानी
गरीब-अमीर सबके लिए ‘एक विद्यालय ‘एक चिकित्सालय ‘एक रेल’ की स्थापना कर दी. इसलिए “महोदया ‘जीवन पर जीएसटी’ एवं ‘स्वतंत्रता पर टोल टैक्स’ समाप्त करने
एवं ‘एक समान’ निःशुल्क ‘शिक्षा, चिकित्सा, रेल यानी गरीब-अमीर सबके लिए ‘एक विद्यालय’ ‘एक चिकित्सालय’ एक रेल’स्थापना की अधिसूचना जारी करें.
‘महोदया’ सरकार वायसराय ‘इर्विन के वायसरायलिटी’ से भी क्रूर ‘लुटेरी नफरती है, ऐसी सरकार हम क्या करेंगे जो हमारे पेट, जीवन एवं पथ स्वतंत्रता पर टैक्स लगती है?
‘महोदया’ मैं मानता हूं ‘पेट’ एवं ‘पथ’ पर टैक्स’ लगाने वाला कोई मनुष्य नहीं हो सकता यह काम तो कोई क्रूर ‘लूटेरा कर सकता है.
‘महोदया’ कई सौ पत्र ज्ञापन प्रेषित की परंतु अंधी’ बहरी’ गूंगी’ निरंकुश’ सरकार सुनती ही नहीं. आपको विश्वास दिलाता हूं. ऐसी क्रूर, लुटेरी, नफरती, सरकार एवं ऐश्वर्य
‘विशेषधिकार ‘संपन्न संसद जिसके कुछ सदस्यों को छोड़कर शेष चोर, लुटेरे, अपराधी, व्यभिचारी, बलात्कारी हैं, सत्य ‘अहिंसा’ की ताकत से इसे तोडूंगा.
‘संसद पर सत्याग्रह’ के लिए’महामहिम राष्ट्रपति’ जिम्मेदार होंगी क्योंकि राष्ट्रपति’ हम 142 करोड लोगों के मुखिया हैं. महोदया’ चारों तरफ हिंसा’एवं नफरत’फैली है.
14 नवंबर 2023 को कुशीनगर में सत्याग्रह के दौरान हिंदुत्व एवं हिंदूराष्ट्र’ के हुड़दंगाईयों ने मेरे ऊपर हमले किए, लगातार धमकियां दे रहे हैं क्योंकि जब तक प्राण है
गांधी, भगत सिंह, अंबेडकर, कलाम के इस महान भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बनने दूंगा. ऐसी स्थिति में मेरे एवं मेरे परिवार की कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाय.


