बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ आज मुख्य अभियंता विद्युत कार्यालय के सामने बिजली विभाग के कर्मचारियों ने महापंचायत लगाई जिसमें सरकार के खिलाफ कर्मचारियों का आक्रोश साफ दिख रहा था.
इस महापंचायत को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी नैतिकता के आधार पर अपना समर्थन दिया. परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में परिषद के संरक्षक अशोक पांडेय,
महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ल, उपाध्यक्ष कनिष्क गुप्ता, इजहार अली आदि कर्मचारी नेता पंचायत में पहुंचकर बिजली कर्मचारियों को भरोसा दिया कि
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद आपके न्यायपूर्ण संघर्ष में कंधा से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ेगा. पंचायत को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि
“सरकार निजीकरण का फैसला करके कर्मचारियों के पेट पर लात मारना चाह रही है. अभी यह पहली झांकी है, बाकी अन्य विभागो की भी बारी है. इसलिए सरकार के इस दमनकारी रवैया को रोक लगाने के लिए सभी लोग कमर कस कर तैयार हो जाएं.”
कार्यकारी अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी पीठाधीश्वर हैं. हमारे वहां पीठाधीश्वर को ईश्वर का स्वरूप माना जाता है इसलिए आप निजीकरण का फैसला वापस लेकर कर्मचारी के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करें.
संरक्षक अशोक पांडे और वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्याम नारायण शुक्ला में कहा कि सरकार कर्मचारी हित में यह फैसला वापस ले अन्यथा कर्मचारी सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा.


