गोरखपुर: भारतीय भवन निर्माण व अन्य मजदूर यूनियन के तत्वावधान में जिलाधिकारी गोरखपुर कार्यालय के समक्ष मजदूरों के शोषण व उत्पीड़न के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया.
धरने के बाद उपस्थित सक्षम अधिकारी के हाथों सीएम योगी को सम्बोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंप कर धरना भी दिया गया जिसका नेतृत्व करते हुए यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर सिंह ने कहा कि
“बड़ी विडम्बना है कि देश को आजाद हुए 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है. देश के विकास में अपने खून-पसीने से बड़ी-बड़ी इमारतों को खड़ी करने वाला दैनिक श्रमिक मजदूर उपेक्षा एवं उत्पीड़न होने को मजबूर है.”
दबंग मालिकों द्वारा काम कराने के बाद भी इनकी वाजिब मजदूरी नहीं देते. जब ये लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र लेकर प्रशासनिक अधिकारियों एवं श्रम विभाग के अधिकारियों के पास जाते हैं तो दबंग मालिकों के प्रभाव में इनका ही शोषण किया जाता है.
इन्हें न्याय नहीं मिल पाता है इसलिए जरुरी है कि सरकार एक ऐसा सख्त कानून बनाये या मजदूर आयोग का गठन करे ताकि मजदूरों के शिकायती प्रार्थना पत्र पर तत्काल जांच कराकर जो भी दोषी है
उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए दंडित किया जाये एवं मजदूरों को उनके हक की वाजिब मजदूरी दिलवायी जाये, अन्यथा मजदूर अपने खून पसीने से देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाता है तो वह अपने हक की वाजिब मजदूरी भी लेना जानता है.
यदि शीघ्र ही सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारियेां ने इनके शिकायती प्रार्थना पत्रों पर निस्तारण की कार्यवाही नहीं की तो आने वाले दिनों में लाखों मजदूर सड़कों पर उतरने के लिए विवश होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं सरकार की होगी.
धरने में उपस्थित धु्रव कुमार मल्ल, रियाज अहमद, कंचन सिंह चैहान, भुआल प्रसाद, नसीमुद्दीन, राम महन्थ, कैलाश प्रसाद, अबैदुर्रहमान, इसरावती मौर्या, निर्मला पाण्डेय, अमरावती, महादेव, अनवर, रामनिवास, रविन्द्र यादव, नवल किशोर, रामजी चैहान, महेन्द्र गौड़ आदि लोग उपस्थित थे.


