सिर्फ कैलेंडर के बदलने से नहीं बदलेंगे हालात, कुछ और भी करना होगा : बादल सरोज

नववर्ष की शुभकामनायें, और जैसा कि कहे जाने का रिवाज़ है उसके साथ कि, यह नया साल– 2025 – आपके लिए पिछले सभी वर्षों की अपेक्षा बेहतर हो, आप और आपके परिजन स्वस्थ और सानंद रहें, उत्तरोत्तर प्रगति करें. सभी शंकाएं, कुशंकाएं, आशंकाएं दूर रहें; यकीन संभावनाओं में बदलें, उम्मीदें असलियत बनें और वह दुनिया,…

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पूर्वांचल गाँधी ने राष्ट्रपति मुर्मू को पत्र लिखकर पूछा ‘संविधान’ कहां है? Z+सुरक्षा की रखी माँग

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखते हुए पूर्वांचल गाँधी डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने पूछा है कि ‘संविधान कहां है?’ जिस देश में एक व्यक्ति के पास 12 लाख करोड़ हो, ‘माननीय’, अमीर’ जो चोर लुटेरे हैं. जिनके बच्चे ‘दून’, ‘डीपीएस’, ऑक्सफोर्ड में पढते हों, उनका इलाज मेदांता/अपोलो में होता हो, ‘ट्रेनों में वातानुकूलित एवं प्रथम…

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तालिबान, महिलाओं की समानता और हिंदुत्व राष्ट्रवाद: राम पुनियानी (PART-2)

पहले अयोध्या में एक मस्जिद को ढहाने का भयावह कृत्य किया गया. उसके बाद जमकर खून-खराबा हुआ और अब हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढा जा रहा है. इसके अलावा गाय और गौमांस के मुद्दे पर लिंचिंग हो रही है और गौरक्षकों की पूरी एक सेना खड़ी हो चुकी है. ‘’जिहाद” शब्द का इस्तेमाल मुस्लिम…

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तालिबान, महिलाओं की समानता और हिंदुत्व राष्ट्रवाद: राम पुनियानी (PART-1)

तवलीन सिंह एक जानी-मानी स्तंभ लेखक हैं. गत 8 दिसंबर 2024 को ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित उनके कॉलम में उन्होंने अफगानिस्तान में महिलाओं के चिकित्सा विज्ञान पढ़ने पर प्रतिबंध की चर्चा की है. यह प्रतिगामी कदम उठाने के लिए उन्होंने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार की बहुत तीखे शब्दों में आलोचना की है और यह…

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महात्मा गांधी के अंतिम दिन: एक मज़ार की तीर्थ यात्रा आलेख: क़ुरबान अली (PART-2)

अपनी यात्रा के बाद गांधी जी ने लिखा: “अजमेर की दरगाह के बाद देश की यह दूसरी सबसे प्रतिष्ठित (क़ुतुबउद्दीन बख़्तियार काकी) दरगाह है, जहां हर साल न केवल मुसलमान, बल्कि हजारों ग़ैर-मुस्लिम भी ज़ियारत के लिए आते हैं.” दरगाह से जाने से पहले गांधी जी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, “मैं यहां एक…

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महात्मा गांधी के अंतिम दिन: एक मज़ार की तीर्थ यात्रा आलेख: क़ुरबान अली (PART-1)

आज जब हर मस्जिद के नीचे मंदिर तलाश करने की साज़िश रची जा रही है, ऐसे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद आती है कि वह आज होते, तो क्या करते.? आज़ाद हिंदुस्तान में मात्र साढ़े पांच माह जीवित रहने के दौरान उन्होंने क्या किया और हिंदू-मुस्लिम एकता और आपसी सौहार्द को बनाए रखने के…

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स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को न्याय दिलाने के संकल्प के साथ सम्पन्न हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रकाबगंज गुरद्वारा नई दिल्ली में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरदार अवतार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. सबसे पहले संगरूर (पंजाब) के सरदार परमजीत सिंह टिवाना ने अपने सहयोगियों के साथ बैठक में शामिल हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा संगठन के पदाधिकारियों का स्वागत किया. 16…

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नफरती भाषणों और अल्पसंख्यकों के दानवीकरण का तेजी से बढ़ रहा है ग्राफ: राम पुनियानी (PART-2)

हाल में झारखण्ड और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों में नफरत फैलाने वाले भाषणों ने सभी सीमाएं पार कर लिया है.  भाजपा के हेमंत बिस्वा सरमा के प्रचार का प्रमुख मुद्दा था राज्य में कथित तौर पर मुस्लिम घुसपैठियों का प्रवेश. भाजपा द्वारा जारी एक निहायत ही घिनौने विज्ञापन में दिखाया गया था कि एक…

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नफरती भाषणों और अल्पसंख्यकों के दानवीकरण का तेजी से बढ़ रहा है ग्राफ: राम पुनियानी (PART-1)

आरएसएस-भाजपा और उनसे जुड़े संगठन हर मौके का उपयोग अल्पसंख्यकों के दानवीकरण के लिए करते आए हैं. हालाँकि नफरत फैलाने वाले भाषण देना अपराध है, सजा का प्रावधान भी है, मगर अधिकांश मामलों में दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही न होने की वजह से पिछले एक दशक से एक सांप्रदायिक पार्टी के सत्ता में होने…

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कराहते बुन्देलखण्ड में उन्माद भड़काने की मुहिम आलेख: बादल सरोज (PART-2)

बागेश्वर धाम के मौजूदा धामाधीश इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के पुरजोर समर्थक हैं, पिछले कई वर्षो से वे इसका एलान करते रहते है; इसलिए जाहिर है कि वे भाजपा की आँखों के तारे होंगे ही, है भी. मगर सब कुछ कहने-सुनने के बावजूद वे कांग्रेस के भी कम दुलारे नहीं है. इसके नेता…

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