बिछिया जेल/गोरखपुर: जब से जेल का नाम बंदी गृह से बदलकर सुधार गृह किया गया है तब से जेल के अंदर
अनेक रचनात्मक कार्यों के जरिए कैदियों के जीवन को दुरुस्त करने की कोशिश जेल प्रशासन के जरिए किया जा रहा है.
जी हां, जेल में अब कैदियों को तीज, त्यौहार, पर्व मनाने से लेकर सभी काम दिए जा रहे हैं जो एक आम जनजीवन में रहने वाला व्यक्ति करता रहता है.
सिर्फ अंतर इतना है कि आम व्यक्ति समाज में बिना किसी बंधन के इन सारे कार्यों को कर लेता है जबकि जेल में बंद कैदी एक चहार दिवारी के अंदर कर रहे हैं.
बिछिया जेल में कुल 20 महिला बंन्दियों के छठ व्रत रखने की सूचना प्राप्त हुई है. यहाँ महिला बंदी आज ढलते सूरज की उपासना की कल उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर अपने व्रत का समापन करेंगी.
इसके लिए महिलाओं को सेब, केला, गन्ना, शकरकंद, हल्दी तथा समस्त पूजन सामाग्री जेल प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई है.
छठ के पर्व को कारागार में हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इस अवसर पर जेल प्रशासन की तरफ से जेल अस्पताल में
निरूद्ध बन्दियों एवं बुजुर्ग बन्दियों को फलों का वितरण किया गया. जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय एवं जेलर अरूण कुमार कुशवाहा द्वारा बन्दियों को छठ की बधाई दी है.
खबर लिखे जाने तक इस अवसर पर कारागार में अन्य न्यायिक प्रशासनिक अधिकारी जेलर अरूण कुमार कुशवाहा,
डिप्टी जेलर विजय कुमार, डिप्टी जेलर अमिता श्रीवास्तव, कृष्णाकुमारी एवं अन्य कारागार कर्मी उपस्थित रहे.


