महिलाओं पर बढ़ रही हिंसा के खिलाफ़ ऐपवा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजते हुए बताया है कि 2012 में दिल्ली के निर्भया गैंग रेप कांड से लेकर इस साल 2024 में
कलकत्ता की महिला डाक्टर के साथ गैंग रेप की वीभत्स घटना और भारत में महिला हिंसा के लगातार बढ़ते जा रहे आंकड़े यह बताते हैं कि हमारे देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं.
उत्तर प्रदेश के हालत तो और भी खराब हैं क्योंकि यहाँ महिला अपराध के मामले में यूपी शर्मनाक ढंग से ऊपर है. प्रदेश के लगभग हर जिले से महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण और हिंसा की घटनाएं हर रोज की खबर बनती जा रही है.
महिलाओं को इन घटनाओं में न्याय तक नहीं मिल पा रहा है. कई बार तो पुलिस थानों में महिला हिंसा की घटनाओं की एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती और पीड़िता के प्रति यूपी पुलिस का रवैया भी जेंडर संवेदनशील नहीं होता है.
ऐपवा ने अपनी मांगों को ज्ञापन के माध्यम से रखकर उम्मीद उम्मीद जताया है कि उनकी मांगों को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई के आदेश शीघ्र देंगी.
हमारी मांगे:
1. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और निर्भया फंड को विज्ञापनों में खर्च करने के बजाय सरकार जमीनी स्तर तक महिलाओं के हक में इस्तेमाल करने की गारंटी को सुनिश्चित किया जाए.
2. निर्भया अंआंदोलन के बाद अस्तित्व में आई जस्टिस वर्मा कमेटी की सिफारिशों को पूरी तरह से लागू करने की गारंटी की जाए.
3. उत्तर प्रदेश में बदस्तूर जारी महिलाओं के साथ हिंसा, बलात्कार की घटनाओं पर रोक लगाई जाए, प्रदेश में हाल में हुई बलात्कार, हत्या, अपहरण की तमाम घटनाओं में न्याय प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाए.
महिला हिंसा की किसी भी घटना की यदि थाने में एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
4. आईआईटी बीएचयू की गैंगरेप के अभियुक्तों की जमानत खारिज कर बलात्कारियों को तत्काल गिरफ़्तार कर जेल भेजा जाए. 5. गैंगरेप वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालने की बढ़ रही प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगाई जाए.
6. कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा की गारंटी के लिए प्रत्येक संस्थानों में GSCASH को लागू किया जाय 7. हाल में विगत 4 दिसंबर को गाजीपुर जिला (थाना गहमर) के अंतर्गत
ग्राम बरेजी में महिलाओं के ऊपर स्थानीय दबंगों द्वारा बर्बर जानलेवा हमला किया गया, हमलावरों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. ऐपवा मांग करती है महिलाओं पर जानलेवा हमला करने वाले हमलावरों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए.


