गोरखपुर: वर्टिकल सिस्टम के नाम पर शहरी क्षेत्रों में रिस्ट्रक्चरिंग करके कर्मचारियों और अभियंताओं के पद घटाने की
जो साजिश चल रही है उसका विरोध जोरदार होगा, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, गोरखपुर ने साफ़ तौर पर चेतावनी दिया है.
संघर्ष समिति गोरखपुर के पदाधिकारियों पुष्पेन्द्र सिंह, जीवेश नन्दन, जितेन्द्र कुमार गुप्त, सीबी उपाध्याय, प्रभुनाथ प्रसाद, संगमलाल मौर्य, इस्माइल खान आदि
ने कहा है कि दीपावली पूर्ण होने के बाद 24 अक्टूबर से गोरखपुर सहित सभी जनपदों में बिजली कर्मी अपने आंदोलन को जारी रखते हुए व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे.
समिति ने बताया कि पावर कारपोरेशन का शीर्ष प्रबंधन निजीकरण के नाम पर वर्टिकल सिस्टम लागू कर रहा है जिसके तहत हजारों पद खत्म किए जा रहे हैं.
गोरखपुर में भी पदों में कटौती की योजना है जिससे बिजली व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
वहीं, संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे मनमाने ढंग से पद समाप्त करने के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें,
नहीं तो पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को प्रभावित करने की योजना में है.
पदों की कटौती में संविदा कर्मियों को सबसे बड़ा आघात लग रहा है. संविदा कर्मियों के हजारों पद समाप्त किए जा रहे हैं, जो गोरखपुर के बिजली कर्मियों के लिए चिंता का विषय है.
संघर्ष समिति ने कहा कि मध्यांचल, लेसा, केस्को और पश्चिमांचल के बाद, पूर्वांचल और दक्षिणाचल विद्युत वितरण निगमों में भी
यह पद समाप्ति निजीकरण की तैयारी प्रतीत होती है. कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे.


