जन सरोकार से जुड़े मुद्दों को तत्परता से उठाने, सत्य, अहिंसा के पुजारी, पूर्वांचल गाँधी खे जाने वाले डॉ सम्पूर्णानन्द मल्ल ने
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील को तत्काल गिरफ्तार करके जेल भेजने की अपील पत्र भारत सरकार के गृह मंत्री से किया है.
जैसा कि वकील ने आज पुनः जूता फेंकने की धमकी दी है आस्था के आतंकवादी वकील को दो दिन में जेल नहीं भेजा गया तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पर 16 अक्टूबर, को सुबह 11 बजे तिरंगा उठाकर सत्याग्रह करूंगा.
इन्होंने सीधे पूछा है कि क्या इस देश का सर्वोच्च न्यायालय आस्था एवं अंधविश्वास से चलेगा? सत्य, अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं ‘संविधान’ से चलेगा.
वकील को जेल भेजा जाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि वकील के पक्ष में ‘हिंदुत्व’ एवं ‘हिंदू राष्ट्र’ की सांप्रदायिकता ट्रोलिंग कर रही है, यह इस वतन की एकता के लिए अच्छा नहीं है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पूर्वांचल गाँधी ने लिखा है कि आशा की अंतिम किरण सर्वोच्च न्यायालय पर भी ‘हिंदुत्व,’ ‘हिंदूराष्ट्र’ की मांग करने वाले अलगाववादियों, नफरतियों का हमला हो चुका है.
वकील से पूछा जाना चाहिए कि जो काला कोट पहनकर वह न्यायालय में प्रवेश करता है वह आस्था, अंधविश्वास का है या कानून एवं संविधान का?
CBI, ED, NIA द्वारा वकील के अतीत इसकी पृष्ठभूमि इसके मोबाइल की कॉल डिटल्स की जाँच कराई जाए.
अपने पत्र की प्रति राष्ट्रपति, मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय, मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाई कोर्ट, निदेशक ईडी, सीबीआई, NIA,
IT DGP UP सहित जिलाधिकारी, एसएसपी, इलाहाबाद, जिलाधिकारी, एसएसपी गोरखपुर को भी प्रेषित किया है.


