- सुधार के लिए फिर से रेलवे बोर्ड से वार्ता करेगा पीआरकेएस
गोरखपुर: दिन-रात एक करके रेल सेवा देने वाले कर्मचारियों को पिछले दस वर्षों से छला जा रहा है.
आज 78 दिनों का बोनस मिला तो है किन्तु वह बोनस नहीं बोगस है. सूत्रों का कहना है कि बोनस स्वीकृति के पहले ही
एनएफआइआर के महामंत्री एम राघवैया ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मिलकर पीएलबी बोनस में बढ़ोत्तरी की मांग किया था.
लेकिन गुरुवार को चुपचाप कर्मचारियों के खाते में ₹17951 जमा करवा दिए गये. इस मामले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने कहा कि रेलवे बोर्ड का तानाशाही रवैया अब बर्दाश्त के बाहर हो रहा है.
यूनियन मामले को पुनः रेलवे बोर्ड के संज्ञान में लाते हुए इसमें संशोधन की मांग करेगा, जरुरत पड़ने पर आंदोलन तेज होगा.


