डीजे तो बहाना है, मकसद तो गरीबों को उजाड़कर जमीन कब्जाना है: भाकपा माले

gorakhpur halchal

यूं तो भाजपा राज में हर त्यौहार हर्ष, उल्लास से मनाने की जगह विषाद और तनाव के रूप में ही बीत रहा है. उस पर होली का त्यौहार जो आमतौर पर सामंती वर्चस्व खास कर पुरुष वर्चस्व गरीब और महिलाओं पर अभिव्यक्त करने का माध्यम रहा है.

भाजपाई खासकर इन अवसरों का दलित, गरीबों, मुसलमानों की आबादी पर कहर बरपाने मे बखूबी उपयोग कर रहे हैं. इस सब में उनके निशाने पर गरीबों की जमीन, दुकान, मकान व व्यवसाय पहले से टारगेटेड रहता है.

इस वर्ष 14 मार्च, 2025 को होली के दिन उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर महूली थानांतर्गत ग्राम कर्री में गरीब राजभर बस्ती के 21 परिवार भी दबंग,

भूमिहारों के टारगेट में आ गये जिसमें दबंग भूमिहारों ने महिलाओं, बच्चों सहित सबको लाठियो से पीट कर 21 घरों को आग के हवाले कर दिया जिसमें दो लोग अभी भी गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में जीवन मरण से जूझ रहे है.

घटना की जांच में आज गोरखपुर से भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य राजेश साहनी के नेतृत्व में एक सात सदस्यीय दल जिसमें जिला सचिव गोरखपुर राकेश सिंह, बस्ती जिला प्रभारी राम लौट,

गोरखपुर जिला कमेटी सदस्य दीनदयाल यादव, बस्ती के डीएलटी सदस्य नंदकुमार नाग व मोहम्मद रफीक शामिल रहे। कार्री गांव जलाए गए राजभर बस्ती में अपराह्न 3:00 बजे पहुंचा.

जहां पूरी बस्ती की महिला पुरुष एवं बच्चे एक जगह जुट गए और जांच दल को एक-एक कर सिलसिलेवार बात बताएं. निखिल, गोलू ,राहुल, श्रवण, कौसूर ,सुकन्या 8 वर्ष, प्रिंस 15 वर्ष, विवेक 19 वर्ष,

विशाल, निर्मला, प्रियंका, महातम की पत्नी पवन, रेशमा, चंद्रभान, गामी जो मारपीट में चोटिल हैं, ने अपनी अपनी बात बताई. निर्मला, रेशमा व रिंका, महातम की पत्नी ने बताया कि होली के दिन राजभर बस्ती के लड़के डीजे बजा रहे थे.

तभी पूजन राय, गोपाल राय सहित 15 – 20 भूमिहार बिरादरी के लोग नशे में धुत्त थे, आए और लड़कों को अश्लील गीत लगाने के लिए जबरन दबाव बनाने लगे, राजभर लड़कों ने डीजे बंद कर दिया और अश्लील गीत लगाने से इंकार कर दिया.

इससे गुस्साए इन भूमिहार लोगों ने डंडा भण्डा से मारने पीटने लगे, घरों में घुसकर गाली गलौज करने लगे, महिलाओं के विरोध करने पर उग्र हो ईट पत्थर चलाने लगे जिसमें बस्ती से बिल्कुल सटे जयप्रकाश यादव के छत पर चढ़कर राजभरो के घरों पर ईट पत्थर चलाने लगे.

लोगों ने बताया कि जय प्रकाश यादव जो खुद खलिहान की जमीन पर कब्जा कर पक्का घर बना लिए हैं. राजभर बस्ती से खुन्नस रखते हैं के घर से डीजल वह माचिस हमलावरो को उपलब्ध कराया गया

जिसमें महिला बच्चों सहित दर्जन भर लोग घायल हुए तथा संतराम 50 वर्ष पुत्र स्व. चौथी और अनिल उम्र 50 वर्ष स्वर्गीय काशी मरणासन्न होकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं.

कौसूर व विवेक राजभर ने बताया कि उक्त लगभग 60 डिसमिल जमीन घुरगड्ढा की जमीन है, जो भूमिहार टोला के उत्तर सड़क के किनारे स्थित है, पर 21 राजभर परिवार 50 वर्षों से बसा हुआ है.

जिस पर 15-20 वर्ष पूर्व तत्कालीन ग्राम प्रधान रामरेखा चौधरी ने डेढ़-डेढ़ कठ्ठा नाप कर प्रति परिवार को दिया था जिसमें प्रजापति, गौण व सुनार बिरादरी के एक-एक परिवार भी हैं.

भूमिहार लोगों को रास नहीं आया उन लोगों ने एसडीएम कोर्ट में इन बसे हुए परिवार को हटाने के लिए गांव समाज वर्सेस अवैध कब्जेदार का मुकदमा किया जिस पर इन परिवारों को जुर्माना लगा और इन परिवारों ने जुर्माना जमा भी किया जिसकी रसीद अभी भी 5 – 7 लोगों के पास मौजूद है.

जबकि इस राजभर बस्ती से सटे पूरब एक बीघा कीमती बंजर भूमि पर दबंग भूमिहार कब्जा जमाये हुए हैं. उपरोक्त लोगों ने बताया कि दो ढाई बजे मारपीट आगजनी की सूचना देने के बाद भी

12 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय से एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड व पुलिस की गाड़ी तब पहुंची जब पूरी बस्ती जलकर राख हो गई. अभी भी चार-पांच लोगों की गिरफ्तारी की बात बताई जा रही है जिसकी कोई पुष्टि नहीं है.

राजनीतिक दलों में स्थानीय भाजपा विधायक, सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर, सपा का जांच दल बस्ती में आया है और सिर्फ कोरा आश्वासन न्याय दिलाने का दिया है.

ओम प्रकाश राजभर ने घायलों को इलाज के लिए एक-एक दो ₹2000 दिया है. डीएम और एसपी अभी तक गांव में नहीं पहुंचे हैं. जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई राहत सामग्री खाद्यान्न, कपड़ा व दवा इलाज के लिए पैसा नहीं दिया गया है.

महिलाओं ने जांच दल से आशंका व्यक्त की है कि अभी भी भूमिहारों की ओर से हमला हो सकता है. भाकपा-माले जांच दल ने मांग किया है, कि- 1-तत्काल जले हुए घरों को प्रधानमंत्री आवास देकर बनवाया जाए,
2-उक्त जमीन को उक्त गरीब राजभर परिवारों को पट्टा आदि देकर भी कागज दिया जाय
3- प्रत्येक परिवार को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाए ।4-घायलों का निशुल्क इलाज कराया जाए। 5-हमलावरों पर रासुका लगाकर तत्काल जेल भेजा जाए।
6- जिले के डीएम एवं एसपी को अब तक पीड़ितों के बीच जाकर कोई त्वरित कार्रवाई न किए जाने के लिए दंडित किया जाए
7- प्रत्येक परिवार को 6 माह के लिए राशन व कपड़ा सहित जीवन उपयोगी आवश्यक वस्तुएं दी जाए

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